गांधी जी के देश में, उठने लगे सवाल |
अनशन अन्ना ने किया,जलने लगे दलाल |
जलने लगे दलाल, अजब आरोप लगाते,
अनशन पर ये गांधी का अधिकार बताते |
कहे'राज'कविराय, न कोई हल बतलाता,
घोटालों पर हर दलाल,चुप क्यों हो जाता |
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ब्लैक मनी स्कैम पर, कर लेते मुख बन्द |
मालमलीदा खा रहे, इस युग के जयचंद |
इस युग के जयचंद,ग्राण्ट लाखों में पाते ,
कागज में कल्याण दिखा कर खुद खा जाते |
कहे'राजकविराय',बांट कर पैसा खाते,
जो आन्दोलन करो सभी को फ्राड बताते |
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