बाबू जी
बाबू जी नव वर्ष में, नित-नित फूलें आप,
इसी बरस दिखनें लगें, हाथी जी के बाप /
हाथी जी के बाप, तोंद इतनी बढ़ जाये,
छोटे फीते से इस वर्ष, नहीं नप पाए /
कहे`राज `कवि , बाबू जी का नियम पुराना,
बिना भेद, रिश्वत ही खाना, जम कर खाना /
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