Wednesday, June 29, 2011

kutton ko biskut

              कुत्तों  को बिस्किट 
                          - डा.राज सक्सेना 

खिलवाते कुत्तों को बिस्किट, लाखों भूखे सो जाते हैं |
जनता के पैसे से नेता,    जीवन भर मौज उड़ाते  हैं |
भारत में   भूखे-नंगों को,दे नहीं पा रहे  पानी तक ,
पाकिस्तानी जल प्लावन में, लाखों डालर दे आते हैं |
घर अपना सिंगल कमरे का,सूनी आँखों का सपना है,
मंत्री जी  पच्चीस लाख मगर,पर्दों पर खर्च कराते हैं |
रोटी के टुकड़े को बचपन,जब तरस रहा है भारत में,
ये मुफ्तखोर `निर्धन नेता`,लाखों वेतन बढ़वाते  हैं |
बिक रही अस्मतें कौड़ी में, ये खुद क्रेता-विक्रेता  हैं ,
कमरे से बाहर आते ही, निर्मल-पावन  हो    जाते हैं |
रखते हम चौकीदारी को, ये घर में लेते सेंध   लगा ,
अरबों की रिश्वत चोरी से , स्विसबैंक जमाकरवाते हैं |
होते हैं जब हम खड़े कभी, शठे-शाठ्यम करने को, 
है जहां  राज  ये पकड़ हमें, आतंकी कहने लग जाते हैं | 
करो सुरक्षा `राज`स्वयं,मरती जनता तो मरने    दो,
लाखों आतंकी पाल स्वयम, ये बुलेट प्रूफ में जाते हैं |

  -धन वर्षा,हनुमान मन्दिर, खटीमा-262308 (उ.ख )
                      मो- 09410718777

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