Thursday, June 2, 2011

शादी न करना 
                       - राज सक्सेना
मिले खेत ख़ाली वहां खूब चरना,
किसी पोखरे से क्षुधा शांत  करना |
बताता हूँ मैं बात तुझको पते    की,
जो सुधरे कभी न,वो गलती न करना |
हव्वा के आगे तू आदम न बनना ,
मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |

करेगा जो शादी तो पछतायेगा तू,
रोने को कोना नहीं पायेगा तू |
निकलना भी चाहे न निकलेगा बच्चे,
चक्कर में इसके जो पड़ जायेगा तू |
भंवर में फंसे तो नहीं हो निकलना ,
 मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |

न रो ही सकेगा न हंसने मिलेगा,
व्यथा पुत्र अपनी तू किससे कहेगा |
ये लड्डू तेरी दंतपंक्ति हिला दे ,
नई रोज पीड़ा कहाँ तक तक सहेगा |
चढ़ा जो हिमालय तो मुश्किल उतरना,|
मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |

ये बोझा है बेटे पड़े जिसको ढोना,
शुरू में लगे ये, गजब का    सलोना |
मगर कुछ दिनों में, ये नौबत बनेगी,
बने बास बीबी तू उसका खिलौना  |
बलि के लिए पुत्र , बकरा न बनना ,
मेरे पुत्र जीवन में  शादी न करना |

नहीं रिस्क लेना जरा सा भी बेटे,
फंसा जाल में जो जरा सा भी बेटे |
घुटन  उम्र भर की मिलेगी तिकोनी,
मुलायम पड़ा जो जरा सा भी बेटे |
मैरेज के हर दांव से बच निकलना ,
मेरे पुत्र जीवन  में शादी न    करना |

सभी बीबियाँ छुई-मुई सी लजाती,
कबूतर सी डरकर पतिगृह में आती |
मगर छै दिनों में ही पांसा पलट कर,
चलाएगी वो हुक्म  हिटलर की भांती |
 पडेगा  इशारे पे, सोना व   जगना ,
मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |

बंटरहा दूध बूथों पे मिलजायेगा रे ,
 जैसी जरूरत हो ,   ले आयेगा रे |
है मंहगाई का युग ये मंहगी पड़ेगी,
नहीं एक गय्या भी रख पायेगा रे |
 डेरी से  लाकर दही - दूध चखना ,
मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |
                    धन वर्षा, हनुमानमन्दिर,
                   खटीमा-262308 (उत्तराखंड)
                   मो- 09410718777  

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