शादी न करना
- राज सक्सेना
मिले खेत ख़ाली वहां खूब चरना,
किसी पोखरे से क्षुधा शांत करना |
बताता हूँ मैं बात तुझको पते की,
जो सुधरे कभी न,वो गलती न करना |
हव्वा के आगे तू आदम न बनना ,
मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |
करेगा जो शादी तो पछतायेगा तू,
रोने को कोना नहीं पायेगा तू |
निकलना भी चाहे न निकलेगा बच्चे,
चक्कर में इसके जो पड़ जायेगा तू |
भंवर में फंसे तो नहीं हो निकलना ,
मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |
न रो ही सकेगा न हंसने मिलेगा,
व्यथा पुत्र अपनी तू किससे कहेगा |
ये लड्डू तेरी दंतपंक्ति हिला दे ,
नई रोज पीड़ा कहाँ तक तक सहेगा |
चढ़ा जो हिमालय तो मुश्किल उतरना,|
मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |
ये बोझा है बेटे पड़े जिसको ढोना,
शुरू में लगे ये, गजब का सलोना |
मगर कुछ दिनों में, ये नौबत बनेगी,
बने बास बीबी तू उसका खिलौना |
बलि के लिए पुत्र , बकरा न बनना ,
मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |
नहीं रिस्क लेना जरा सा भी बेटे,
फंसा जाल में जो जरा सा भी बेटे |
घुटन उम्र भर की मिलेगी तिकोनी,
मुलायम पड़ा जो जरा सा भी बेटे |
मैरेज के हर दांव से बच निकलना ,
मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |
सभी बीबियाँ छुई-मुई सी लजाती,
कबूतर सी डरकर पतिगृह में आती |
मगर छै दिनों में ही पांसा पलट कर,
चलाएगी वो हुक्म हिटलर की भांती |
पडेगा इशारे पे, सोना व जगना ,
मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |
बंटरहा दूध बूथों पे मिलजायेगा रे ,
जैसी जरूरत हो , ले आयेगा रे |
है मंहगाई का युग ये मंहगी पड़ेगी,
नहीं एक गय्या भी रख पायेगा रे |
डेरी से लाकर दही - दूध चखना ,
मेरे पुत्र जीवन में शादी न करना |
धन वर्षा, हनुमानमन्दिर,
खटीमा-262308 (उत्तराखंड)
मो- 09410718777
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